भारतीय सभ्यता और संस्कृति के वैश्विक प्रसार के लिए प्रभावी माध्यम है फिल्में
मेरठ: आज विश्व संवाद केंद्र मेरठ में प्रेरणा चित्रभारती फिल्मोत्सव का पोस्टर लॉन्च हुआ। इस अवसर पर भारतीय चित्र साधना के संस्थापक सदस्य अरूण अरोड़ा ने कहा कि भारतीय सभ्यता और संस्कृति के वैश्विक प्रसार एवं प्रचार के लिए फिल्में बहुत ही उपयोगी, सशक्त और प्रभावी माध्यम हैं। पिछले लगभग दस वर्षों में फिल्मों की पटकथा से लेकर निर्देशन तक में बहुत परिवर्तन आया है। आपको बता दें कि तीन दिवसीय प्रेरणा विमर्श-2023 के एक चरण के रुप में प्रेरणा चित्रभारती फिल्मोत्सव का भी आयोजन होगा। यह तीन दिवसीय आयोजन 1 दिसम्बर से लेकर 3 दिसम्बर 2023 तक चलेगा। इस प्रेरणा विमर्श-2023 के अंतर्गत आयोजित होने वाले प्रेरणा चित्रभारती फिल्मोत्सव में कला एवं मीडिया के विद्यार्थियों को फिल्म निर्माण के क्षेत्र में प्रोत्साहन देने के लिए इस प्रकार का प्रयास किया जा रहा है। यह प्लेटफॉर्म फिल्म निर्माण में अभिरूचि रखने वाले छात्रों के कैरियर को एक नई दिशा प्रदान करने में सहायक होगा।
फिल्मोत्सव पर चर्चा करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के क्षेत्र प्रचार प्रमुख पद्म सिंह ने बताया कि फिल्मोत्सव में शामिल फिल्मों को तीन श्रेणियों में रखा गया है। जिनमें वृत्त चित्र, कथा फिल्में तथा डॉक्यु ड्रामा हैं। इन फिल्मों की अधिकतम अवधि 20 मिनट तक हो सकती है। फिल्मों के विषय के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव, भारतीय लोकतंत्र, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड की संस्कृति, भविष्य का भारत, धर्म एवं अध्यात्म, महिला सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर फिल्में आमंत्रित हैं। उन्होंने बताया कि चित्रभारती फिल्मोत्सव के विजेता प्रतिभागियों को दो लाख रूपये नकद पुरस्कार देकर उन्हें प्रोत्साहित किया जाएगा।
इस अवसर पर मेरठ चलचित्र सोसाइटी के अध्यक्ष डॉ० मनोज श्रीवास्तव ने बताया कि प्रेरणा चित्रभारती फिल्मोत्सव में विशेष रुप से उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड छात्र ही भाग ले सकते हैं।प्रतियोगिता में फिल्म भेजने की अंतिम तिथि 5 अक्टूबर है। इस अवसर पर क्षेत्रीय अभिलेख प्रमुख तपनजी, प्रोफेसर प्रशांत कुमार, प्रोफेसर मनोज श्रीवास्तव मीडिया के शिक्षक और प्राचार्या डॉ. अनुप्रिता शर्मा उपस्थित रहें।
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